पित्ताशय की पथरी (Gallbladder Stone के लक्षण): सवाल-जवाब

गॉल ब्लैडर स्टोन या गॉल स्टोन एक गंभीर समस्या है जो आम तौर पर नौजवानो में पायी जाती है| एक रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में गॉल स्टोन और उससे जुडी अन्य बीमारियां लगभग 104 मिलियन लोगों में पाया गया, जिनमे से करीब 1 लाख लोगों की मौत हो गयी| परन्तु ऐसा नहीं है की इस बीमारी का पूर्णतः इलाज संभव नहीं है| 

इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे गॉल ब्लैडर स्टोन से जुड़ी अनेक बातों के बारे में| क्या होता है गॉल ब्लैडर स्टोन, क्या है इसका इलाज, लक्षण एवं अन्य महत्वपूर्ण सवाल जवाब|

प्रश्न 1: पित्त की पथरी क्या है?

पित्ताशय हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग होता है जो कि हमारे लिवर के नीचे, दाहिनी ओर मौजूद होता है| गॉल ब्लैडर स्टोन पत्थर के आकर का एक टुकड़ा होता है जो हमारे गॉल ब्लैडर (पित्ताशय) में बन जाता है| ये टुकड़ा कोलेस्ट्रॉल या बिलीरुबिन का बना होता है| 

ये अलग अलग आकर का हो सकता है, जैसे की एक कंकर के टुकड़े के आकर का या इतना बड़ा जैसे की एक गेंद के आकर का हो जाये|

प्रश्न 2: पित्त की पथरी कितने प्रकार की होती है?

गॉल ब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी) 2 प्रकार की होती है:

  • कोलेस्ट्रॉल की पथरी (कोलेस्ट्रॉल स्टोन): कोलेस्ट्रॉल स्टोन सबसे आम पाए जाने वाली पथरी है, क्युकी ये ज्यादातर कोलेस्ट्रॉल के संयोजन से बना होता है इसलिए इसे कोलेस्ट्रॉल स्टोन कहतें हैं| इसका रंग पीला होता है| इसके भी 2 प्रकार होते है, प्योर’ कोलेस्ट्रॉल स्टोन और मिक्स्ड कोलेस्ट्रॉल स्टोन| 
  • वर्णक पथरी (पिग्मेंट स्टोन): पिग्मेंट स्टोन काले या भूरे रंग का पाया जाता है| ये कैल्शियम साल्ट और बिलीरुबिन का बना होता है| ये आम तौर पर काफी कम पाया जाता है|

प्रश्न 3: पित्त की पथरी क्यों और किस वजह से होता है?

गॉल ब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी) के होने का 2 मुख्य कारण होते है:

  • शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक बढ़ जाना और वो कोलेस्ट्रॉल जो डाइजेस्ट नहीं हो पाते, वही स्टोन बनाने का काम करतें हैं|
  • शरीर में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाना दूसरा मुख्य कारण होता है गॉल ब्लैडर में स्टोन बनने का, करीब 25% गॉल ब्लैडर स्टोन बनने का यही कारण होता है| 

इसके अलावे अगर आप ओबेसिटी के शिकार है या आपको डायबिटीज है, तो भी आपको स्टोन होने की संभावना है|

प्रश्न 4: पित्त की पथरी (गाल ब्लैडर स्टोन) के क्या लक्षण है, उन्हें कैसे पहचाना जा सकता है?

निम्नलिखित कुछ लक्षण है जो गॉल ब्लैडर स्टोन के मरीजों में दिखती हैं:

  • पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द रहना
  • बुखार रहना, उल्टी आना या जी मचलना
  • पेट में असहज महसूस होना या अपच होना
  • शरीर और आंखों का पीलापन होना

अगर आपको इनमे से कुछ लक्षण दिखाई देते तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए| डॉक्टर आपको कुछ जाँच करने की सलाह देंगे जिससे ये पता चलेगा की आपके पित्त में जो स्टोन है वो अभी कितना बड़ा है।

प्रश्न 5: पित्त की पथरी किन्हें होने का खतरा ज्यादा होता है?

पित्त की पथरी (गॉल ब्लैडर स्टोन) होने का खतरा आपमें बढ़ जाता है यदि:

  • अगर आपकी उम्र 40 साल से ज्यादा है|
  • आपके परिवार में पहले भी किन्ही को गॉल स्टोन था|
  • पुरुषों के मुकाबले स्त्री में ये होने का खतरा ज्यादा रहता है|
  • अगर आपका वजन ज्यादा हो|
  • आपके खाने में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक रहती हो|
  • आप मधुमेह के शिकार हों और व्यायाम पर भी ज्यादा न ध्यान देते हो

प्रश्न 6: पित्त की पथरी का पता किस जाँच से होता है?

गॉल स्टोन का पता लगाने के लिए निम्नलिखित जाँच किये जाते है:

  • लिवर का जाँच
  • खून का जाँच (Blood/CBC Test)
  • कोगुलेशन प्रोफाइल टेस्ट
  • पेट का अल्ट्रासाउंड
  • HIDA स्कैन
  • ERCP और MRCP स्कैन

प्रश्न 7: गॉल ब्लैडर स्टोन का क्या इलाज है?

गॉल ब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी) का संभावतज 2 इलाज है:

  • पहला, सर्जरी प्रक्रिया: जिसके जरिये आपके पित्ताशय से स्टोन को जनरल या लेप्रोस्कोपिक विधि से निकाल दिया जाता है।इस पुरे प्रक्रिया में एक से दो दिन का समय लग सकता है।
  • दूसरा, दवाओं के जरिये गॉल स्टोन को ख़तम किया जाये, परन्तु ये प्रक्रिया काफी लम्बे समय तक चल सकती है, हो सकता है महीनो लग जाये या कुछ साल| यह आपके पित्ताशय में बने स्टोन के ऊपर निर्भर करता है।

प्रश्न 8: पित्त की थैली से पथरी निकालने का ऑपरेशन कैसे होता है?

गॉल ब्लैडर स्टोन को ऑपरेशन/सर्जरी के जरिये निकालने  के 2 तरीके होतें है:

  • पहला, खुली विधि द्वारा पथरी को निकला जाये| जिसमे सर्जन आपके पेट के ऊपर करीब 4 से 6 इंच तक काट कर ऑपरेशन करते हैं|
  • दूसरा, लेप्रोस्कोपिक विधि द्वारा छोटी से कट बना कर पथरी को निकला जाये| इस प्रक्रिया को करने से पहले डॉक्टर्स आपके शरीर की एक एग्जामिनेशन करते हैं | लेप्रोस्कोपिक विधि में आपको खुली विधि के मुकाबले सर्जरी के बाद बहुत कम दर्द महसूस होता है|

प्रश्न 9: पित्त की थैली का ऑपरेशन में कितना खर्च (पैसा) लगता है?

गॉलब्लेडर स्टोन की सर्जरी अगर खुले विधि से कराइ जाये तो इसका खर्च करीब ₹ 40,000 से लेकर ₹ 70,000 तक आ सकता है लेकिन महंगे शहरों में या महंगे अस्पतालों में इसकी खरच बढ़ भी सकती है| 

वही बात करें लेप्रोस्कोपिक विधि से अगर उसका ऑपरेशन कराया जाए तो इसका खर्च करीब ₹ 80,000 से लेकर ₹ 1,20,000 तक आ जाता है| 

प्रश्न 10: गॉल ब्लैडर स्टोन क्या बिना ऑपरेशन के ठीक हो सकता है?

इस बात का सही जवाब आपको आपके डॉक्टर ही दे सकते है, अगर आपके स्टोन का आकर अभी कम है और ये अभी प्रारंभिक स्थिति में है तो डॉक्टर आपको इसके उपचार के लिए दवा लेने की सलाह करेंगे| हलाकि दवा से इलाज में काफी वक़्त लगता है जैसे की महीनो या साल लेकिन ये संभव है|

प्रश्न 11: यदि आपको गॉल ब्लैडर स्टोन हो जाये तो आपको क्या खाना चाहिए?

आपको अपने डाइट में इन चीज़ों को शामिल करना चाहिए:

  • ताजी हरी सब्जियां
  • गेहूं और उससे बने उत्पाद जैसे की ओट्स
  • ताजे एवं खट्टे फल
  • दूध और उससे बने उत्पाद जिनमे फैट की मात्रा कम हो
  • मीट, मछली जिनसे प्रोटीन मिलती है
  • टमाटर

प्रश्न 12: यदि आपको गॉल ब्लैडर स्टोन हो जाये तो आपको क्या नहीं खाना चाहिए?

अगर आपको गॉलब्लेडर स्टोन है तो आपको इन चीज़ों को बिलकुल नहीं खाना चाहिए:

  • चीनी से बने हुए पदार्थ बिलकुल न खायें
  • बाहर के फ़ास्ट फ़ूड बिल्किल न खायें
  • कोलेस्ट्रॉल वाले खाने को बिलकुल न खायें
  • फाइबर युक्त आहार

प्रश्न 13: क्या गॉल ब्लैडर स्टोन (पित्ताशय की पथरी) पूरी तरह से ठीक हो सकता है?

अगर आपके स्टोन का आकार अभी छोटा है, तो हो सकता है ये पूरी तरह ठीक हो जाये| हालांकि ज्यादातर मामलों में ये पूरी तरह ठीक नहीं हो पता है| सर्जरी के कुछ समय बाद दोबारा से ये वापस आ सकता है| काफी लोगों में ये देखा गया है की सर्जरी होने के बाद वो हमेशा के लिए ठीक हो गये हैं| 

प्रश्न 14: गाल ब्लैडर स्टोन का आयुर्वेदिक इलाज?

हाँ, आयुर्वेद से गॉलब्लेडर स्टोन का इलाज संभव है| आयुर्वेद में चोलागोगुएस नामक एक जड़ी बूटी आता है जिससे गॉलब्लेडर स्टोन का इलाज किया जाता है| इस जड़ी बूटी से स्टोन के आकर को और छोटा बनाया जाता है ताकि वो बिलकुल खत्म हो जाएँ|


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