कोलेस्ट्रोल से जुड़े 9 महत्वपूर्ण सवाल-जवाब

कोलेस्ट्रोल एक प्रकार का वसा है जो आपके शरीर के सभी कोशिकाओं के लिए जरूरी होता है, लेकिन जब यह बढ़ जाता है तो यह समस्या का कारण बन सकता है।

उच्च कोलेस्ट्रोल स्तर आमतौर पर खुराक में उच्च वसा युक्त खाद्य पदार्थों, नियमित रूप से अल्कोहल पीने, अधिक वजन, और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण होता है। यह समस्या उम्र बढ़ने के साथ बढ़ती है, और अधिकतम समस्या उन लोगों में होती है जो जीवन शैली में असंतुलितता को ज़्यादा लेते हैं।

उच्च कोलेस्ट्रोल स्तर से बचने के लिए आप अपनी खुराक में उच्च फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकते हैं, नियमित रूप से व्यायाम कर सकते हैं, और उच्च वसा युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम कर सकते हैं। अगर आपके कोलेस्ट्रोल स्तर बहुत उच्च हो गए हैं, तो आप अपने डॉक्टर से सलाह लेकर दवाओं का सेवन कर सकते हैं।

इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कोलेस्ट्रॉल से जुड़े महत्वपूर्ण सवालों के बारे में एवं उनसे जुड़े मिथक।

कोलेस्ट्रॉल क्या है और हमारे शरीर में क्यों बनता है?

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार का वसा (फैट) होता है जो हमारे शरीर में पाया जाता है। यह शरीर के कई आवश्यक कार्यों के लिए जरूरी होता है, जैसे कि सेल के निर्माण, हार्मोन उत्पादन, और विभिन्न शरीर की क्रियाओं के लिए आवश्यक वसा के रूप में।

इसका निर्माण हमारे हमारे शरीर में लिवर द्वारा होता है। चूंकि कोलेस्ट्रॉल वसा का एक प्रकार होता है, इसलिए यह शरीर की ऊर्जा की भी एक महत्वपूर्ण स्रोत होता है। शरीर के लिए आवश्यक सभी कोशिकाओं के अलावा, कोलेस्ट्रॉल मानसिक स्वस्थता के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए इसे एक महत्वपूर्ण वसा माना जाता है। लेकिन अधिक कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से हमारे शरीर को काफी नुकसान भी पहुंच सकता है।

हमारे शरीर में क्या खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?

कोलेस्ट्रॉल की मात्रा निम्नलिखित आहार वस्तुओं में ज्यादा होती है:

  1. तेल: तेल खाद्य जैसे कि मक्खन, मुर्गा, मांस, मछली, सॉसेज और बेकन जैसे तले हुए खाद्य पदार्थों में मौजूद रहते हैं। इन खाद्य पदार्थों का उपयोग करने से आपके शरीर में बुरा कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर बढ़ता है।
  2. अधिक मात्रा में मीठा और नमकीन खाद्य पदार्थ: अधिक मात्रा में मीठा और नमकीन खाद्य पदार्थ जैसे कि बिस्कुट, केक, चिप्स, आलू वड़ा आदि का सेवन भी कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में वृद्धि कर सकता है।
  3. शराब: अधिक मात्रा में शराब का सेवन कोलेस्ट्रॉल की मात्रा में बढ़ोतरी कर सकता है।
  4. डेयरी उत्पाद: डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही, पनीर, लस्सी, मक्खन आदि खाद्य पदार्थ में विभिन्न मात्रा में कोलेस्ट्रॉल मौजूद होता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए, अनुशंसा की जाती है कि वे अधिक मात्रा में खाद्य पदार्थ जैसे कि बटर, क्रीम, मलाई आदि का सेवन न करें। लेकिन लो फैट डेयरी उत्पाद जैसे कि स्किम मिल्क, पनीर, दही आदि कोलेस्ट्रॉल में कमी के साथ अन्य गुणों से भरपूर होते हैं और उन्हें सेवन करना फायदेमंद होता है।

इसके अलावा, अपवाद करके अन्य कारक भी कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा सकते हैं, जैसे कि अधिक मात्रा में भोजन करना, नियमित रूप से नहीं व्यायाम करना, वजन बढ़ना, और तंबाकू उपयोग करना।

कोलेस्ट्रॉल के कितने प्रकार होते हैं?

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है:

  1. LDL (Low-Density Lipoprotein): LDL कोलेस्ट्रॉल को ‘बुरा’ कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है, क्योंकि यह आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। जब आपके शरीर में LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है, तो यह आपके शरीर के अंगों के अंदर कोई भी ठोस पदार्थ जमा कर सकता है जिससे आपकी नसें ख़राब हो सकती हैं।
  2. HDL (High-Density Lipoprotein): HDL कोलेस्ट्रॉल को ‘अच्छा’ कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है, क्योंकि यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद होता है। HDL कोलेस्ट्रॉल शरीर में मौजूद अन्य कोलेस्ट्रॉल को शरीर से दूर करने में मदद करता है।

अधिकतर लोगों के लिए, उच्च LDL कोलेस्ट्रॉल एक बड़ी समस्या हो सकती है, जबकि उच्च HDL कोलेस्ट्रॉल आमतौर पर एक अच्छी बात होती है। आपके डॉक्टर आपके लिए किसी भी प्रकार की कोलेस्ट्रॉल की जाँच करने का सुझाव दे सकते हैं और आपको उच्च कोलेस्ट्रॉल से बचने के लिए संबंधित सलाह दे सकते हैं।

अधिक कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या संकेत हैं?

अधिक कोलेस्ट्रॉल से जुड़े कुछ संकेत हो सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों में ये संकेत दिखाई नहीं देते हैं। कुछ आम संकेत निम्नलिखित हैं:

  1. बढ़ी हुई थकान
  2. सांस लेने में परेशानी होना
  3. शरीर में दर्द या कमजोरी
  4. गले में दर्द और सूजन
  5. चक्कर आना या अस्थिरता
  6. सीने में तकलीफ या अजीब सीने में दबाव की स्थिति
  7. पादों या जांघों में दर्द या सूजन
  8. अपच या उलटी
  9. स्किन रोग या बदबू के साथ असामान्य पसीना या आदमी की कम उम्र के बावजूद उसके बाल सफेद हो रहे हों

अधिक कोलेस्ट्रॉल के संकेत हो सकते हैं, लेकिन ये संकेत कुछ अन्य समस्याओं से भी जुड़े हो सकते हैं। इसलिए यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ भी अनुभव होता है, तो अपने चिकित्सक से संपर्क करें और अपनी स्थिति के बारे में बताएं।

कोलेस्ट्रॉल कम करने के क्या उपाय हैं?

कुछ सरल उपाय हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

  1. स्वस्थ खान-पान: सेहतमंद खान-पान अपनाना एक अच्छा तरीका है कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए। इसमें हरे सब्जियां, फल, अनाज, नट्स, और दूध व दूध से बनी वसा मंद खाद्य पदार्थ शामिल होते हैं। इसके अलावा, तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए।
  2. व्यायाम: नियमित व्यायाम करना कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। योग, धीमी दौड़ना, बाइक या वॉकिंग जैसे सक्रियताएं लेने से लाभ मिलता है।
  3. वजन कम करना: वजन कम करना भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है। अत्यधिक वजन से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है।
  4. धूम्रपान न करें: धूम्रपान करने से कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ता है। यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ना आवश्यक होगा।
  5. अल्कोहल की सीमा: अल्कोहल के सेवन को सीमित करना भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार हो सकता है। अधिक अल्कोहल की मात्रा शरीर में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकती है।

शरीर में कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए?

शरीर में कोलेस्ट्रॉल की समग्र राशि आपकी आयु, लिंग, वजन और आपके स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है।

आम तौर पर, डॉक्टर द्वारा सुझाए गए स्तर के अनुसार, LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर 100 मिलीग्राम प्रति डेसी लीटर (mg/dL) से कम होना चाहिए और HDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर 60 mg/dL से ऊपर होना चाहिए। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल स्तर इस सीमा से अधिक होता है तो आपके डॉक्टर आपको उपचार की सलाह देंगे।

कोलेस्ट्रॉल से बचाव के तरीके?

कोलेस्ट्रॉल एक वसा है जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन जब इसकी मात्रा ज्यादा होती है, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, इसे नियंत्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ कोलेस्ट्रॉल से बचाव के तरीके हैं:

  1. स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार खाना कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। एक स्वस्थ आहार के लिए, आपको ऊंटनी अनाज, सब्जियों, फलों, सफेद मांस जैसे प्रोटीन स्रोत और खाद्य तेलों जैसी सतत तरल पदार्थों से बनी खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
  2. व्यायाम: व्यायाम आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, जिससे आपके कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम करने में मदद मिलती है। न्यूनतम 30 मिनट दैनिक शारीरिक गतिविधियों करने से आपको लाभ मिलता है।
  3. वजन नियंत्रण: वजन को नियंत्रित रखना भी कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। अधिक वजन वाले लोगों को यह ज्यादा ध्यान देने की आवश्यकता होती है। वजन नियंत्रण के लिए आपको स्वस्थ आहार खाना, व्यायाम करना और उचित नींद लेना चाहिए।
  4. अल्कोहल और धूम्रपान से बचें: अधिक अल्कोहल और धूम्रपान कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ा सकते हैं। इसलिए, इन्हें कम से कम उपयोग करना चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से कौन कौन सी बीमारी होती है?

अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर से कुछ बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। यह बीमारियाँ निम्नलिखित हैं:

  1. हृदय रोग: ज्यादा कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग के लिए एक मुख्य कारण होता है। अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर आपकी धमनियों में फैट जमा कर सकता है जिससे हृदय रोग का खतरा बढ़ता है।
  2. शरीर का तंत्रिक रोग: शरीर के अन्य भागों में भी अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर के कारण तंत्रिक रोग हो सकता है। उदाहरण के लिए, अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर से अधिक बाल झड़ना, अस्थमा और श्वसन समस्याएं हो सकती हैं।
  3. डायबिटीज: अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर से रोगी को डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
  4. गैल्ब्लैडर स्टोन: अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर से गैल्ब्लैडर में स्टोन होने का खतरा बढ़ता है।
  5. फैटी लिवर: अधिक कोलेस्ट्रॉल स्तर से फैटी लिवर का खतरा बढ़ता है।

कोलेस्ट्रॉल से जुड़े मिथक क्या-क्या हैं?

कुछ कोलेस्ट्रॉल से जुड़े मिथक हैं जिन्हें लोग मानते हैं, लेकिन वे गलत होते हैं। इन मिथकों में से कुछ हैं:

  1. सभी कोलेस्ट्रॉल बुरे होते हैं: यह सही नहीं है। हमारे शरीर के लिए कुछ कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है जैसे शरीर के कुछ अंगों और हार्मोनों के निर्माण के लिए। लेकिन जब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है, तब यह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है।
  2. केवल ऊंटनी अनाज खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है: यह भी सही नहीं है। ऊंटनी अनाज में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य खाद्य पदार्थ होते हैं जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
  3. कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए केवल खाद्य तेलों से दूर रहना चाहिए: यह भी सही नहीं है। खाद्य तेलों में अधिक मात्रा में त्रांस फैट्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं। लेकिन सतत तरल पदार्थ खाद्य तेलों की अधिकता से कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए, स्वस्थ विकल्पों में खाद्य तेलों को शामिल किया जा सकता है। इसमें खाद्य तेलों के तरल रूप में नारियल का तेल, जैतून का तेल, तिल का तेल और कानोला का तेल शामिल हैं।
  4. कोलेस्ट्रॉल दवाओं से समस्याएं होती हैं: यह भी सही नहीं है। अगर कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक हो तो डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का उपयोग करना जरूरी हो सकता है। ये दवाएं सामान्यतः सुरक्षित होती हैं और कुछ हल्की समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि अपच, दस्त और अत्यधिक गैस। लेकिन डॉक्टर द्वारा सलाह दी गई खुराक का पालन करना जरूरी होता है।

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