बार-बार सर्दी-जुकाम होने के कारण, क्या है उपाय?

सर्दी-जुकाम एक आम सी समस्या है जो लगभग हर उम्र के लोगों को परेशान करती है चाहे वो बच्चें हो, जवान हो या वृद्ध व्यक्ति हों। इसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं और इसे नजरअंदाज करते हैं। लेकिन आज की परिस्थितियों में जब कोविड से लोग बहुत ज्यादा परेशान ऐसे में हमे इसे गंभीरता से लेंने की जरूरत है, सही समय पर उपचार से इससे बचाव भी आसान हो सकता है।

अधिकतर मामलों में सर्दी जुकाम वायुमंडल की सफाई की कमी या त्वचा के संपर्क में आने से होता है। सर्दी जुकाम का कारण वायुमंडल की सफाई की कमी हो सकती है, जो विभिन्न कारणों से हो सकती हैं। वायुमंडल की सफाई के लिए अधिकतर लोग एक अच्छी और स्वस्थ जीवन शैली नहीं अपनाते हैं और अधिकतर समय एक स्थान पर बैठे रहते हैं।

सर्दी जुकाम के लक्षणों में शीतलता, बुखार, थकान, नाक से पानी बहना, गले में खराश, सांस लेने में तकलीफ शामिल हो सकती है। इसलिए यदि आपको बार-बार सर्दी जुकाम होता है तो आपको इस समस्या को ठीक करने के उपायों को जानना चाहिए।

बार-बार सर्दी-जुकाम होने के कारण

सर्दी-जुकाम एक आम समस्या है जो लोगों को ठीक से सोने नहीं देती है। इस समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

वायुमंडलीय प्रदूषण:

वायुमंडल में कई जहरीले धुएं होते हैं जो सर्दी-जुकाम के कारण बनते हैं। वायुमंडल में विभिन्न प्रकार के वायु प्रदूषण, जैसे कि धुएं, धूल, और अन्य जहरीले गैसें उद्भव होते हैं, जो स्वस्थ जीवन शैली को प्रभावित कर सकते हैं। वायुमंडल में प्रदूषण तीव्रता के साथ वृद्धि करता है और इससे वायुमंडल की गुणवत्ता कम हो जाती है।

सर्दी जुकाम के कुछ कारण हैं जैसे कि वायुमंडल में वायु प्रदूषण शामिल होता है। वायुमंडल में शामिल धुएं, धूल और जहरीले गैसों के संचय नाक से होकर गले तक जाते हैं, जो संक्रमण के लिए एक समुचित वातावरण उत्पन्न कर सकते हैं। संक्रमण की संभावना अधिक होती है जब वायुमंडल में प्रदूषण का स्तर ज्यादा होता है।

वायुमंडल में प्रदूषण के साथ ही अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे शीतकालीन मौसम और बढ़ती हुई ठंडक। ठंडक के कारण नाक की नसों में सूखापन और खुजली होती है जो सर्दी जुकाम का मुख्य कारण होती है।

संक्रमण:

कुछ वायरस और बैक्टीरिया सर्दी-जुकाम का कारण बन सकते हैं। ये संक्रमण होते हैं जब आप एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं। सर्दी जुकाम वायरल संक्रमण के एक प्रकार के होते हैं, जो नाक, गले और सांस लेने वाले मार्गों को प्रभावित करते हैं। ये संक्रमण वायरसों के कारण होते हैं, जो सामान्य रूप से संसार के लगभग हर कोने में मौजूद होते हैं।

जब वायरस एक व्यक्ति के नाक या गले में प्रवेश करते हैं, तो वे वहाँ नसों और अन्य ऊतकों के साथ रंगरहित होते हैं। ये वायरस फिर नाक और गले के मूक्ष आंशिक ब्लॉकेज के कारण अपने अंग्रेज़ी नाम से sinus (साइनस) को प्रभावित करते हैं। इससे सांस लेने में मुश्किल होती है और व्यक्ति को बुखार, सूखी खांसी और थकावट की समस्याएं होती हैं।

इसलिए, सर्दी जुकाम वायरल संक्रमण के कारण होते हैं जो नाक और गले के ऊतकों को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे बैक्टीरियल संक्रमण और अलर्जी।

बदलता मौसम:

मौसम के बदलने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जो आपको सर्दी-जुकाम के शिकार बना सकती है।

सर्दी जुकाम एक वायरल संक्रमण है जो आमतौर पर सर्दियों के मौसम में होता है। यह वायरस एयरबोर्न होता है, अर्थात जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता है या बात करता है तो उसके संक्रमण के कण वातावरण में छिड़ जाते हैं। जब ये कण किसी और व्यक्ति तक पहुँचते हैं, तब उनके श्वसन तंत्र में एंट्री हो जाते हैं और वह संक्रमित हो जाते हैं।

बदलते मौसम में रोग प्रसार की अधिक संभावना होती है, क्योंकि इस समय लोग बाहर जाने के लिए अधिक समय बिताते हैं और उन्हें अपनी इम्यून सिस्टम को बचाने के लिए ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। इसके अलावा, बदलते मौसम के कारण जब तापमान नीचे जाता है, तो हमारी नाक के पास और साँस लेने वाली फेफड़ों के पास भी ठंडक होती है, जिससे वायरसों के प्रवेश की संभावना बढ़ जाती है।

एलर्जी:

कुछ लोगों को नाक में धूल या धुएं के संपर्क में आने से अलर्जी होती है। इससे वे सर्दी-जुकाम से पीड़ित हो सकते हैं।

एलर्जी के कारण सर्दी जुकाम होना सामान्य होता है। जब आपके शरीर को एक विशेष पदार्थ (जो आपको एलर्जी होती है) से संपर्क होता है, तो आपके शरीर का प्रतिक्रियाशीलता सक्रिय हो जाता है। यह आपके नाक के मुख्य भाग में संक्रमण को बढ़ावा देता है, जिससे नाक बहती है और साथ ही जुकाम भी होता है। इसके अलावा, आपके शरीर को दर्द, सूजन, और बुखार जैसी अन्य लक्षणों की भी आवश्यकता हो सकती है।

एलर्जी के सर्दी जुकाम को कम करने के लिए, आप अपने एलर्जी टेस्ट करवा सकते हैं ताकि आपको उस विशेष पदार्थ से दूर रहने के लिए जानकारी मिल सके। आप एलर्जी दवाइयों और नैदानिक उपचारों का भी उपयोग कर सकते हैं जो आपके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, आप एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर अपनी शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं।

अस्वस्थ भोजन:

जब आप अस्वस्थ खानपान करते हैं तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है, जो आपको सर्दी-जुकाम के शिकार बना सकती है।

अस्वस्थ भोजन आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, जिससे आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है। इससे आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

अस्वस्थ खाने के कुछ सामान्य कारण हैं जैसे तला हुआ और मसालेदार भोजन, अधिक मीठा या मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन और तली हुई खाने की चीजों का अधिक सेवन। इन तत्वों के सेवन से आपके शरीर में विषैले पदार्थ बन जाते हैं, जो आपके श्वसन प्रणाली को प्रभावित करते हैं। इससे आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

सर्दी-जुकाम से बचने के उपाय

सर्दी जुकाम आम रोग है जो मौसम बदलाव, वायु प्रदूषण, वायरस और बैक्टीरिया के कारण होता है। इसे बचाने के लिए कुछ उपाय हैं:

  1. हाथ धोएँ: हमेशा हाथ धोना बहुत जरूरी है, खासतौर पर सर्दियों में। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हमेशा साबुन और पानी से हाथ धोते रहें।
  2. बचाव करें: जब आप बाहर जाएं तो एक चेहरे का मास्क पहनें। इससे आप अपने नाक और मुंह को रोग के फैलने से बचा सकते हैं।
  3. गर्म पानी पिएं: सर्दियों में गर्म पानी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है। इससे आपके शरीर का तापमान बना रहता है और आप सर्दी से बचे रहते हैं।
  4. विटामिन सी लें: विटामिन सी की खुराक लेने से आपकी इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और सर्दी जुकाम से बचाव होता है। विटामिन सी वाले फल और सब्जी जैसे नारंगी, लीमू, अमरूद, आम आदि खाएं।
  5. अच्छी नींद लें: सर्दी जुकाम से बचने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। इससे आपके शरीर का विश्राम मिलता है और इससे आपकी इम्यून सिस्टम मजबूत होती है। नियमित नींद लेने से आपके शरीर में एक रोग प्रतिरोधक प्रणाली बनती है जो आपको सर्दी जुकाम जैसी संक्रमणों से बचाती है।

इन उपायों के अलावा आप अपनी आहार और व्यायाम पर भी ध्यान देना चाहिए। स्वस्थ आहार खाना और नियमित व्यायाम करना आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है और सर्दी जुकाम से बचाता है।

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