गर्मियों के मौसम में त्वचा की समस्याएं होना एक आम सी बात हैं। अधिकतर लोगों को गर्मी में त्वचा से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। धूप, गर्मी और तरल पदार्थों के समस्त प्रभावों से त्वचा बेहद प्रभावित होती है। यह समस्याएं न केवल त्वचा के स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं, बल्कि साथ ही यह बहुत से लोगों की सेल्फ इमेज भी प्रभावित करती हैं।
गर्मी के मौसम में त्वचा समस्याएं त्वचा में रूखापन, त्वचा से अधिक पसीने निकलना, त्वचा की सूखापन, धूल और धुंध से होने वाली समस्याओं जैसे कि एक्ने, पिम्पल्स, रोजाना निकलने वाले दाने आदि को शामिल करती हैं। इन समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि इन्हें अग्रसर होने से इन त्वचा समस्याओं का समाधान करना मुश्किल हो सकता है।
इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे गर्मियों में होने वाले कुछ त्वचा से जुडी समस्याओं के बारे में एवं इनसे बचने के उपायों के बारे में।

1. एक्ने की समस्या
गर्मियों का मौसम त्वचा के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इस मौसम में त्वचा के रोग और समस्याएं बढ़ जाती हैं। गर्मियों के दौरान त्वचा में एक्ने होना एक आम समस्या है। एक्ने के कारण त्वचा पर दाग और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
एक्ने की समस्या से बचने के लिए, पहले से ही स्वस्थ रखे। अपने आहार में खाने की चीजों को बदलकर अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने का प्रयास करें। खाने में खासतौर से अधिक मीठा और तला हुआ खाना शामिल न करें। इसके साथ ही अपने आहार में ताजे फल और सब्जी भी शामिल करें। ताजी फल और सब्जी में विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।
दिन भर में अपने चेहरे को साफ करने के लिए त्वचा को धोते रहें। इसके साथ ही, दिन भर में कई बार त्वचा को फेस वाश से धोएं। अधिक तेल वाले उत्पादों का उपयोग न करें। आधे नींबू के रस को पानी में मिलाकर एक बोतल में भरकर रखें और अपने चेहरे को इसमें अच्छे तरह से लगाकर साफ करें।
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गर्मियों में त्वचा की सफाई बहुत आवश्यक है। इसलिए, त्वचा को नियमित रूप से अच्छी तरह से साफ रखें। समय-समय पर चेहरे पर नमी रखने के लिए रूखे तौलिये का उपयोग करें।
2. त्वचा में रूखापन और खिंचाव आना
गर्मी के दिनों में त्वचा में रूखापन और खिंचाव आने लगता है, जो इस बात का संकेत है की आपकी त्वचा को ठीक से मालिश नहीं की जा रही है और आपके शरीर में पानी की कमी हो सकती है। यह समस्या लगभग सभी उम्र के लोगों में देखी जाती है।
त्वचा में रूखापन और खिंचाव के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- पानी की कमी: त्वचा को हमेशा पानी की आवश्यकता होती है। अगर शरीर में पानी की कमी होती है तो त्वचा रूखी हो जाती है।
- समय-समय पर मालिश न करना: त्वचा को नियमित रूप से मालिश करने से उसको पोषण और आराम मिलता है। इसलिए, त्वचा को मालिश करना बहुत महत्वपूर्ण है।
- अधिक धूप या ठंडी हवा: धूप और ठंडी हवा त्वचा के लिए अधिकतम हानिकारक होती हैं। अधिक धूप से त्वचा खराब हो जाती है जबकि ठंडी हवा से त्वचा रूखी हो जाती है।
- खाने की आदतें: अधिक मीठे और तले खाने से त्वचा के लिए हानिकारक पदार्थ उत्पन्न होते हैं जो त्वचा के स्वस्थ रहने में बाधक बनते हैं। त्वचा में रूखापन और खिंचाव से छुटकारा पाने के लिए निम्नलिखित उपायों को अपनाया जा सकता है:
- पानी पीना: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। यह त्वचा को अधिकतम मात्रा में पानी उपलब्ध कराता है जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
- नियमित मालिश: त्वचा को नियमित रूप से मालिश करना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे त्वचा में खून का संचार बढ़ता है और त्वचा स्वस्थ रहती है।
- सूर्य की सीधे संपर्क में आने से बचें: सूर्य की धुप से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। सूर्य की धुप में जाने से त्वचा के लिए हानिकारक अलर्ट होता है। इससे आपकी त्वचा के ऊपर काफी नुकसान पहुच सकता है। इसीलिए आप जब कभी भी बहार निकले तो किसी छाते का या शरीर को ढकने वाले किसी वस्त्र का इस्तेमाल करें। इसके अलावा बाजार में कई तरह की सनस्क्रीन की क्रीम भी आती हैं जिसका आप उपयोग धुप के किरणों से बचने के लिए कर सकते हैं।
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3. धुप से समस्या (सनबर्न)
धुप हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें विटामिन डी देता है जो हमारे हड्डियों, दांतों और बालों के लिए बेहद आवश्यक होता है। इसके अलावा, धुप हमारे लिए आनंद का एक स्रोत है। हालांकि, अधिक धुप की एक समस्या भी होती है, जो सनबर्न के रूप में जानी जाती है।
सनबर्न एक त्वचा की समस्या है जो धुप से होती है। यह त्वचा के ऊपरी ताकतवर परत को नुकसान पहुंचाता है और रंग, दर्द और खुजली के रूप में दिखाई देता है। सनबर्न होने पर त्वचा लाल हो जाती है और कभी-कभी त्वचा फुल भी सकती है। यह खासकर उन लोगों के लिए समस्या बनता है जो अपना बहुत समय बाहर धुप में बिताते हैं, जैसे कि किसी प्रकार का खेल खेलते हुए, उत्सवों में, या तब जब वे धुप में देर तक रहते हैं।
सनबर्न से बचने के कुछ उपाय हैं जिन्हें अपनाकर आप इस समस्या से बच सकते हैं। सबसे पहले, अपनी त्वचा को धुप से संरक्षित रखने के लिए आप एक अच्छी गुणवत्ता का सनस्क्रीन लगाएं। सनस्क्रीन को धुप में निकलने से 20 मिनट पहले लगाना शुरू करें ताकि यह आपकी त्वचा को अच्छी तरह से संरक्षित कर सके। इसके अलावा धुप में हमेशा एक टोपी पहनें ताकि आपके सिर और आंखों को धुप से बचाया जा सके।
धुप में रहते समय आप अपने शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी का सेवन करें। इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और सनबर्न से बचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, खाने में खट्टे फल जैसे कि टमाटर या आम का सेवन करें। ये फल आपकी त्वचा को बीच-बीच में आराम पहुंचाते रहते हैं और सनबर्न से बचाने में मदद करते हैं।
अगर आपको सनबर्न हो जाता है, तो आप उसे कम करने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। सबसे पहले, आप अपनी त्वचा को ठंडे पानी से धोएं। इससे सनबर्न होने वाले स्थानों में आराम मिलेगा। इसके बाद, आप उन स्थानों पर एलोवेरा जेल लगा सकते हैं। यह त्वचा को आराम देगा और सनबर्न से राहत पहुचायेगा। आप एलोवेरा जेल को रेफ्रिजरेटर में रख सकते हैं ताकि उसका इस्तेमाल आपको ठंडा लगे। आप इसके अलावा, सनबर्न से पीड़ित स्थानों पर दही या मलाई लगा सकते हैं। ये त्वचा को ठंडा रखेंगे और सनबर्न से राहत देंगे।
अगर सनबर्न बहुत ज्यादा हो जाता है, तो आप एक त्वचा के डॉक्टर (डर्मेटोलॉजिस्ट) से सलाह ले सकते हैं। वह आपको एक उपयुक्त क्रीम या दवा के इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं जो आपको सनबर्न से बचाने में मदद करेगी।
4. फोलिकुलाइटिस की समस्या
फॉलिकुलाइटिस एक चर्म रोग (त्वचा का रोग) है जो बालों के फोलिकल्स में संक्रमण से होता है। यह एक सामान्य समस्या है जो कई लोगों को प्रभावित करती है। इस रोग में बालों के निकट स्थान पर छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं, जो बहुत खुजलीदार होते हैं और अक्सर दर्द भी करते हैं। यह दाने सफ़ेद या पीले होते हैं और बहुत से लोगों को यह लगता है कि वे अक्सर मुंहासों के जैसे दिखते हैं।
फॉलिकुलाइटिस का मुख्य कारण बालों के फॉलिकल्स में संक्रमण होना है। इसके अलावा, यह रोग और भी कई कारणों से हो सकता है जैसे कि एलर्जी, जलना या फिस्टुला।
फॉलिकुलाइटिस का उपचार इसकी गंभीरता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। अधिकतर मामलों में, आपके चिकित्सक आपको एक या एक से अधिक औषधियों का प्रयोग करने की सलाह देंगे। ये औषधियाँ आमतौर पर एंटीबायोटिक्स होती हैं जो संक्रमण को खत्म करने में मदद करती हैं।
फॉलिकुलाइटिस से बचने के लिए, आप कुछ सावधानियों का पालन कर सकते हैं। बालों को स्वच्छ और साफ़ रखना, समय-समय पर नहाना और पुरे शरीर को साफ रखना फोलिकुलाइटिस से बचने में मदद करता है। बालों को अधिक से अधिक गन्दगी या तैल के संक्रमण से बचाएं। जब तक आपका रोग पूरी तरह से ठीक नहीं होता है, आपको अपने बालों को काटने से बचना चाहिए ताकि संक्रमण और बढ़ ना जाए।
फॉलिकुलाइटिस की जांच के लिए आपको एक डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए। अपने डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार करें और इस रोग से जल्द से जल्द निजात पाने के लिए अपने चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें।
इस समस्या के उपचार में समय लग सकता है, लेकिन सही और नियमित उपचार से आप फॉलिकुलाइटिस की परेशानी से मुक्त हो सकते हैं। इससे बचने के लिए स्वच्छता और सावधानियां बरतना बहुत जरूरी होता है।
त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए कुछ बेहतरीन टिप्स
त्वचा स्वस्थ रखने के लिए कुछ बेहतरीन टिप्स निम्नलिखित हैं:
- नियमित तौर पर त्वचा को साफ रखें: अपनी त्वचा को साफ रखना बहुत महत्वपूर्ण है। दिन में कम से कम दो बार त्वचा को साबुन और पानी से धोएं और त्वचा के पोर खोलने के लिए एक स्क्रब वाला फेस वॉश का उपयोग करें।
- अपने खाने का ख्याल रखें: अपने खाने में फल, सब्जियां और अन्य स्वस्थ खाद्य पदार्थों को शामिल करने से त्वचा स्वस्थ रहती है। त्वचा के लिए विटामिन A, C, E और जिंक जैसे पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा में होना आवश्यक है।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें: नियमित रूप से एक्सरसाइज करना त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होता है। एक्सरसाइज से शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाला जाता है, जिससे त्वचा के ग्लो और स्वस्थ बनाए रखा जा सकता है।
- पानी की अधिक मात्रा में सेवन करें: पानी त्वचा के लिए बहुत अधिक महत्व रखता है। दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए जिससे शरीर में जमी गंदगी बाहर निकलती है और त्वचा स्वस्थ बनी रहती है।
- सूर्य की रोशनी से बचें: धूप में बहुत लंबे समय तक रहना त्वचा के लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए, सूर्य की तेज रोशनी से बचें और धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाएं।
- समय-समय पर मास्क लगाएं: मास्क त्वचा के लिए बहुत लाभदायक होता है। नियमित रूप से मास्क लगाने से त्वचा की सफाई होती है और त्वचा सुगठित बनी रहती है।
- धूम्रपान से बचें: धूम्रपान त्वचा के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। त्वचा के साथ-साथ सामान्य स्वास्थ्य के लिए भी यह बहुत खराब होता है। इसलिए, धूम्रपान से दूर रहें।